Wednesday, May 2, 2018

इस्लाम मे ये काम करना हराम है


सबसे पहले जानते इस्लाम मे हराम का क्या मतलब है ?
इस्लाम मे हराम का मतलब होता है वो काम जो इस्लाम के खिलाफ हो
और जिसको करने से अल्लाह नाराज़ होता हो
उस काम को करना हराम काम कहते है,


इस्लाम मे क्या क्या हराम है :-
इस्लाम मे Music सुनना हराम माना जाता है
ऐसी चीज़ जिसमे ढोल ताशों की आवाज़ आये वो सुनना हराम है

ऐसा क्यों है ?
ऐसा इसलिए है
इस्लाम का मानना है Music हमे अल्लाह तअला के रास्ते से भटकाता है, इसलिए music सुनना हराम है,
इस्लाम मे सिर्फ और सिर्फ ढफली को सुनना सही माना गया है,
यानि एक ढफली ही ऐसी चीज़ है जिसके सुनने पे इस्लाम में कोई पावंदी नही है


इस्लाम मे Dnace करना हराम है :-
यानि आप स्टेज पे या शादियों में या पार्टियो में डांस करते हो वो सब हराम है

औरत के लिए डांस करना इसलिए हराम है :-
क्योंकि इस्लाम मे औरतो को पर्दे के हुकुम दिया गया है
न कि स्टेज पे नाच गाना करने का
औरत हमेशा पर्दे में ही रहना चाहिए
औरत अगर स्टेज पे डांस करेगी तो लोग उसे देखेंगे
और वो बेपर्दा हो जाएगी
जो कि हराम है

मर्दों के लिए डांस इसलिए हराम है :-
क्योंकि वो music पे डांस कर रहा है
और म्यूजिक सुनना या उसपे डांस करना वो सब हराम है,

गैर मर्द या औरत के साथ हमबिस्तरी (जिना) करना हराम है :-
इस्लाम का मानना है हमबिस्तरी करना एक क़ुदरती चीज़ है
जो अल्लाह ने सिर्फ शौहर और बीबी के लिए बनाया है,

Note :- एक शौहर ही अपनी बीबी के साथ हमबिस्तरी कर सकता है
बाकी किसी गैर मर्द या औरत को छूना हराम है


औरत को औरत और आदमी को आदमी के साथ हमबिस्तरी करना हराम है
ये अल्लाह और क़ुदरत के उसूलों के खिलाफ है,


इस्लाम मे सुअर का गोश्त खाना हराम है
क्योंकि सुअर इस दुनिया का सबसे गन्दा और घिनोना जानवर है,
जो हमेशा गंदगी में ही रहता है इसलिए ऐसे जानवर का गोश्त खाना हराम है

अब तो science ने भी कहे दिया :- सुुुअर का गोोश्त खाने से 70 तरह की बीमारियाँ होती है,
जिसमे कुछ बीमारियां इस तरह है
1:- अंधापन
2:- दिल का दौरा
3:- ब्रेन हैमरेज
जैसी खतरनाक बीमारियां होती है

यहाँ तक के सुअर का गोश्त खाने से हाइपोटेंशल की शिकायत होती है
यही वजह है अमेरिका में 50% लोगो को हाइपोटेंशल की शिकायत है


ये थे इस्लाम मे वो काम जो हराम है
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शुक्रिया
अल्लाह आपको हमेशा खुश रखे
अमीन
अल्लहुम्मा अमीन

अल्लाह हाफ़िज़

 Owner Of G.S World YouTube Chennal
Salman Malik

Tuesday, May 1, 2018

Ramzan Special :- नापाकी हालत में रोज़ा हो जाता है या नही

नापाकी हालत में रोज़ा हो जाता है या नही :- 
अगर कोई शख्स रोज़ा रखकर दिन में नापाक रहे, और इस नापाकी की वजह से उसकी नमाज़ क़ज़ा होती है तो उसके ऊपर नमाज़ छोड़ने का गुनाह अज़ीम होगा,
क्योंकि फ़र्ज़ नमाज़ छोड़ना इस्लाम मे सबसे बड़ा गुनाह माना गया है,
इसलिये नमाज़ की पावंदी किया करें

लेकिन इस नापाकी का इस रोज़े पे कोई असर नही पड़ेगा,
ये ख्याल करना के नापाकी में रोज़ा नही होगा ये एक ग़लतफ़हमी है,
यानि नापाकी हालत में रोज़ा हो जाता है,

अब ज़रा सोचो :- 
नापाकी में रोज़ा हो तो जाएगा,
पर बिना नमाज़ के रोज़ा रखने से क्या फायदा ?

अगर कोई मजबूरी है तब तो ठीक है जैसे के - हमारी बहने priouds के वक़्त नापाक है,
तो ये कुदरती बात है, उनके ऊपर उस वक़्त नमाज़ क़ज़ा करने की इजाज़त है,
वो भी इस शर्त पे के priouds खत्म होने के बाद वो उन नमाज़ों को क़ज़ा करके पढें

अब जरा सोचो हम भाइयो की क्या मजबूरी है
हम रोज़ या दूसरे दिन नहाते है तो ग़ुस्ल करके क्यों नही नहाते है,
ग़ुस्ल करने में ज़्यादा वक़्त लग जायेगा क्या ?

पाकी मुस्लमान का आधा ईमान है,
ये आप साव जानते हो,
इसलिए पाक रहा करो

ये तो clear हो गया नापाकी हालत में रोज़ा हो जाएगा
पर क्या आपका दिल गवाही देगा बिना नमाज़ के रोज़ा रखे ?
बिना नमाज़ के रोज़े रखने से क्या फायदा
ये तो फांका हो गया न ?

नापाक रहना मोमिन की शान के खिलाफ है
क्योंकि इससे नमाज़ें क़ज़ा होती है

अल्लाह हमे और आपको ईमान के रास्ते पे चलने की तौफ़ीक़ अता फरमाये
अमीन
अल्लहुम्मा अमीन


सलमान मलिक
Owner of G.S World YouTube Chennal

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इस्लाम मे ये काम करना हराम है

सबसे पहले जानते इस्लाम मे हराम का क्या मतलब है ? इस्लाम मे हराम का मतलब होता है वो काम जो इस्लाम के खिलाफ हो और जिसको करने से अल्लाह न...